मैंने तो तुमसे कभी इस रिश्ते को कोई नाम देने के लिए भी नहीं कहा। मैंने तो तुमसे कभी इस रिश्ते को कोई नाम देने के लिए भी नहीं कहा।
रवि की आंखों में अपने बचपन के एक साथी के लिए प्यार, अपनापन और आदर था । रवि की आंखों में अपने बचपन के एक साथी के लिए प्यार, अपनापन और आदर था ।
अचानक रवि को याद आया कि विनोद के यहां आने का कारण तो पूछा ही नहीं ? अचानक रवि को याद आया कि विनोद के यहां आने का कारण तो पूछा ही नहीं ?
आज तो विदाई की बेला में रो लेने दो! हल्का कर लेने दो जी! हमेशा यही क्यूं सुने कि लड़के रोते नहीं! ... आज तो विदाई की बेला में रो लेने दो! हल्का कर लेने दो जी! हमेशा यही क्यूं सुने ...
इसी वजह से उसे समय से पहले ही प्रसव वेदना होने लगी। इसी वजह से उसे समय से पहले ही प्रसव वेदना होने लगी।
सुरमई शाम का समय है, आसमान सुनहरी छटा बिखेरे है। सुरमई शाम का समय है, आसमान सुनहरी छटा बिखेरे है।